ब्रह्म मुहूर्त में सुबह ४ से ६ बजे के बीच या सूर्यास्त के समय। भ्रान्त कबहूं ना लाऊं, मैं ओघड का चेला जीवन में शत्रु हों, एक नहीं कई कई हों और उनसे सहस टक्कर लें तथा विजयी हों यही जीवन की पूर्णता है ॐ ह्रीँ चिन्तितार्थफलप्रदायै पद्मावत्यै नमः https://vashikaran62849.blazingblog.com/32433692/the-smart-trick-of-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra-that-nobody-is-discussing