मातु पिता भ्राता सब कोई । संकट में पूछत नहिं कोई ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥ अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे https://landenkogbo.blogchaat.com/29797271/a-secret-weapon-for-shiv-chalisa-lyrics-aarti